पर्यावरण सुरक्षा और राष्ट्रीय कार्यक्रम - निरुपमा पर्यावरण योजना
निरुपमा पर्यावरण योजना 2012 से सभी को पर्यावरण संबंधी न्याय दिलाने के मिशन के साथ पर्यावरणीय मुद्दों पर काम कर रही है। इस क्षेत्र में भूजल और वायु प्रदूषण के मुद्दों का विवारण हमारे लिए शुरुआती बिंदु रहा जिसके बाद पर्यावरण संबंधी समस्याओं के सभी शिष्टाचारों में विंध्याचल सेवा संस्थान का हस्तक्षेप हुआ। हालाँकि यह कार्यक्रम उत्तर भारत में स्थित है और इस क्षेत्र में व्यापक काम किया गया है, लेकिन इसके परिणाम देशभर में देखे गए हैं।
निम्न क्षेत्रों पर हमारा ध्यान केन्द्रित है:
• जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन, भूजल की कमी, बिजली संयंत्रण, जल गहन उद्योग, तालाबों और आर्द्रभूमियों का संरक्षण, जल अपव्यय नियंत्रण।
• वृक्षों की अवैध कटाई, वृक्षारोपण, रेत खनन, नदी संरक्षण, पर्यावरण कानूनों का कार्यान्वयन, वन्य जीवन, कृषि अपशिष्ट/फसल जलाना।
• स्वच्छता, स्वास्थ्य और मोबाइल टॉवर विकिरण।
• सतत कृषि कार्य, जैविक खेती, रसायन मुक्त खेती।
• पर्यावरण के मुद्दों पर जागरूकता और शिक्षा।
• कॉर्पोरेट्स की सामाजिक ज़िम्मेदारी।
सहभागिता:
• पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों में जागरूकता फैलाना।
• वनों की कटाई को रोकना और औद्योगिक विकास से हुए नुकसान की भरपाई के लिए पेड़ लगाना।
• लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नदियों की सफाई करना।
• भारत सरकार द्वारा संचालित, ’स्वच्छ भारत अभियान’ और 'गंगा कार्य योजना' में शामिल होकर जिलों और गंगा और अन्य नदियों की स्वच्छता और देखभाल पर ध्यान देना
• गांवों में लोगों को पानी, बिजली और पर्यावरण के संरक्षण के लिए जागरूक करना।